कविता: मुझे तलाश है ऐसे पुरुष साथी की, जो..!
मुझे तलाश है ऐसे पुरुष साथी की.. जो ख्वाबों में नहीं , विचारों में नहीं , बल्कि कर्मों स…
मुझे तलाश है ऐसे पुरुष साथी की.. जो ख्वाबों में नहीं , विचारों में नहीं , बल्कि कर्मों स…
चारदीवारी में औरत को क़ैद करके सिर्फ घर के कामकाज और बच्चों को ही संभालने पर नियमित रखने के ब…
आप घर से कहीं बाहर जा रही हैं ? एक मर्तबा घड़ी देख लें , यदि शाम के सात से ज्यादा वक्त हो चुका है…
अगर आप मूलतः सेक्स को टैबू और औरत को सेक्स ऑब्जेक्ट मानने वाली पृष्ठभूमि से आते हैं , तो आपके …
बेटी के जवान होते ही पिता की औकात ( औकात अपनी चादर की) के हिसाब से लड़का ढूंढने लगना। लड़की क…
स्त्री सौन्दर्य के मानक.. लम्बे केश , धवल वर्ण , तीखे नैन , गुलाबी ओष्ठ , उन्नत वक्ष , …
अस्तित्वहीन हो जाती है स्त्री जब लेती है निर्णय अकेले चलने का। उसका अर्जित अर्थ , प…