"ईसा मसीह को मैं सिर्फ एक धार्मिक महापुरुष के रूप में नहीं देख पाता।"
जैसी भावना होती है , प्रभु की मूरत भक्तों को वैसी ही दिखाई देती है। ईसा मसीह को मैं सिर्फ एक धार्मि…
जैसी भावना होती है , प्रभु की मूरत भक्तों को वैसी ही दिखाई देती है। ईसा मसीह को मैं सिर्फ एक धार्मि…
इश्क़ की अपनी एक खुशबू होती है , अपना अलग ही एक एहसास होता है , इश्क़ में होना जैसे इबादत में हो…
मुझे तलाश है ऐसे पुरुष साथी की.. जो ख्वाबों में नहीं , विचारों में नहीं , बल्कि कर्मों स…
लड़की के कपड़ों को लेकर भारतीय समाज में बहुत बात होती है, और यह लोक-लाज, शर्म-तहजीब, लिहाज आदि …