क्या समाज में ब्याह नामक ‘जंजीर’ लड़की के लिए अनिवार्य है?
बेटी के जवान होते ही पिता की औकात ( औकात अपनी चादर की) के हिसाब से लड़का ढूंढने लगना। लड़की क…
बेटी के जवान होते ही पिता की औकात ( औकात अपनी चादर की) के हिसाब से लड़का ढूंढने लगना। लड़की क…